देहरादून, 07 अप्रैल। ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने सोमवार को कैंप कार्यालय में ग्राम्य विकास विभाग के अर्न्तगत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की समीक्षा बैठक की। बैठक में विभाग द्वारा संचालित केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली।
ग्राम्य विकास मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए आजीविका संवर्धन से जुड़ी गतिविधियों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि महिला समूहों द्वारा किया जा रहा कार्य सराहनीय है और इन्हें अधिक अवसर उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।
मंत्री ने विशेष रूप से आगामी चारधाम यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि इस रुट पर स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक आउटलेट खोले जाएं। इसके साथ ही उन्होंने परम्परागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत खुलने वाले शेष 96 आउटलेट को भी जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। इस संबंध में उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के जरिए अधिक से अधिक महिलाओं को आजीविका संवर्धन से जोड़ा जा सकता है। विभागीय मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि ग्राम्य विकास विभाग द्वारा जल्द ही गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में चारधाम यात्रा रूट पर स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के आजीविका संवर्धन के लिए करीब 15 लाख रुपये की लागत से 200 नए रेस्टोरेंट खोले जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को इस संबंध में शीघ्र आगणन तैयार करने के निर्देश भी दिए। मंत्री जोशी ने यह भी बताया कि राज्य में अब तक 1.68 लाख लखपति दीदी तैयार हो चुकी हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि तय लक्ष्य से आगे बढ़ते हुए राज्य में 2 लाख लखपति दीदी बनेगी।
*जनपदवार अभी तक लखपति दीदी*- अल्मोड़ा 14143, उत्तरकाशी 9887, देहरादून 12518, चंपावत 5835, नैनीताल 12910, हरिद्वार 23588, चमोली 10315, बागेश्वर 6042, पिथौरागढ़ 9208, टिहरी 12663, ऊधमसिंह नगर 27435, पौड़ी 12771, रुद्रप्रयाग 6072 लखपति दीदी अभी तक बन चुकी है।