गौरवमई दिवस,, आज हिंदुस्तान एवं मित्र देशों के 319 जैंटलमैन कैडेट पास आउट होकर सैन्य अधिकारी बन गए हैं

देहरादून द फोकस आई 11 दिसंबर। उत्तराखंड प्रदेश की राजधानी से शनिवार को प्रेमनगर देहरादून स्थित (भारतीय सैन्य अकादमी) (IMA) की पासिंग आउट परेड  कोरोनाकाल में यह चौथी पासिंग आउट परेड हुई है।  आज देश-विदेश के 387 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट होकर सैन्य अधिकारी बन गए हैं। वही इस दौरान(भारतीय सैन्य अकादमी) (IMA) की  पासिंग आउट परेड के बाद 319 भारतीय कैडेट्स भारतीय थल सेना में बतौर अधिकारी शामिल हुए।  साथ ही  8 मित्र देशों के 68 जेंटलमैन कैडेट्स, मित्र देश अफगानिस्तान, भूटान, श्रीलंका, नेपाल, मालद्वीव, म्यांमार, तंजानिया और तुर्कमेनिस्तान की सेना में पास आउट होकर अपने देश में सैन्य अधिकारी के तौर पर शामिल होंगे। इस अवसर पर बतौर रिव्यूइंग अफसर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जेंटलमैन कैडेट्स की सलामी ली। सूत्रों के हवाले मिली ताजा जानकारी के मुताबिक देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री अकादमी  में आयोजित पासिंग आउट परेड सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।  राष्ट्रीय शोक के चलते मल्टी ऐक्टिविटी डिस्प्ले और लाइट एंड साउंड शो को रद्द कर दिया गया।
बता दे कि 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में एयरफोर्स के एमआई-17 वी-फाइव हेलीकॉप्टर के क्रैश होने के कारण सीडीएस जनरल बिपिन सिंह रावत  उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत सेना और वायुसेना के 13 अधिकारियों और जवानों का  चलतेनिधन हो गया था।   देहरादून आईएमए में कई कार्यक्रम रद्द हुए। वहीं, पासिंग आउट परेड से दौरान इस बार ऐतिहासिक (भारतीय सैन्य अकादमी) IMA चैटवुड बिल्डिंग पर तिरंगा शोक में आधा झुका रहा।  वहीं,  इस बार मीडिया को इस कार्यक्रम से न सिर्फ दूर रखा गया बल्कि पास आउट होने वाले कैडेट्स भी पीपिंग सेरेमनी में खुशी का इजहार करते नहीं दिखे।
वही इस मौके पर CDS रावत के निधन के कारण व्याप्त शोक के चलते (भारतीय सैन्य अकादमी) IMA में पहली बार कैडेट्स के ऊपर पुष्प वर्षा नहीं हुई।  जबकि इससे पूर्व सभी पीओपी कार्यक्रम में परेड समाप्ति के उपरांत पास आउट कैडेट्स जब ऐतिहासिक चैटवुड बिल्डिंग के अंदर प्रवेश करते हुए अंतिम पग पार करते थे तो उनके ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा होती थी। इस दौरान जनरल रावत के न होने से पासिंग आउट परेड के दौरान खालीपन महसूस किया गया। वहीं, इस बार भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) की पासिंग आउट परेड में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड मूल के कैडेट पास आउट हुए।   उत्तर प्रदेश के 45 और उत्तराखंड के 43 कैडेट्स पास आउट हुए हैं।
वही इसी के साथ हरियाणा से 34, बिहार से 26, राजस्थान से 23 और पंजाब के 22 कैडेट पास आउट हुए। 8 मित्र देशों के 68 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट होकर अपने देश में सैन्य अधिकारी के तौर पर शामिल हुए। देश के राज्यों को पछाड़ते हुए इस बार उत्तराखंड सेना को अफसर देने में अव्वल रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति ने कैडेट्स को पुरस्कार प्रदान किए।  वही इस अवसर पर आईएमए की पासिंग आउट परेड में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंहधामी उपस्थित रहे। साथ ही  उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू ने कहा कि आज बेहद ही गौरवपूर्ण क्षण है। आईएमए से पास आउट होकर देश को 319 युवा जांबाज अधिकारी मिल रहे हैं. वहीं, डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि आज देश की सेना के लिए बेहद बड़ा दिन है।

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