काशीपुर 22 दिसंबर। गन्ना किसान संस्थान एवं प्रशिक्षण केंद्र काशीपुर द्वारा नादेही परिक्षेत्र के गांव मुरली वाला में एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया !इस गोष्ठी को संबोधित करते हुए गन्ना किसान संस्थान के सहायक निदेशक तथा प्रचार एवं जनसंपर्क अधिकारी निलेश कुमार द्वारा किसानों को बताया गया की 0238 में रेड रोड , पोका बोइंग सहित कई बीमारियां पाई जा रही हैं तथा इसके रिप्लेसमेंट की आवश्यकता है ! इसके बदले में जीरो 118 , 150 23 तथा 14201 प्रजाति जो मुख्य है !इनका कर सकते हैं उनकी कृषि कर सकते हैं! सहायक निदेशक महोदय द्वारा यह भी बताया गया की जैविक गन्ने की कृषि कृषकों के लिए लाभकारी है! अगर वह जैव रसायन के रूप में गोमूत्र में नीम की खाली तथा नीम के पत्ते को मिलकर उसका उपयोग करते हैं तो एक तरफ जहां उनके पैसे की बचत होती है दूसरी तरफ वही उनके जो फसल है उसमें जो कीटनाशक जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है उसे पर भी अंकुश लगता है !उन्होंने किसानों को बिजामृत, जीवामृत बनाने की विधि भी बताई! किसानों को गन्ना अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने भी संबोधित किया तथा उन्हें विभिन्न प्रकार के गन्ना प्रजातियों से अवगत कराया! इस अवसर पर ग्राम के बड़े सारे कृषक शाहिद विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे