रूद्रपुर द फोकस आई सूत्र 13 जुलाई। कैबिनेट मंत्री पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल, कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बीते कल अपने तय कार्यक्रमानुसार विकास भवन पहुंचकर किसान संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। सौरभ बहुगुणा ने कहा कि उनकी सरकार की यह कोशिश है कि एसी कमरों में सरकारी कार्यालयों में या एसी कमरों में बैठकर योजनाऐं नही बननी चाहिए। उन्होने कहा कि योजनाऐं धरातल पर बैठकर किसानों से मिलकर, लोगों की समस्याऐं सुनकर योजनाऐं बनाने से किसानों को लाभ होगा। उन्होने कहा कि इसी सोच के साथ गन्ना विभाग ने एक कोशिश करी है कि एक ने किसान संवाद कार्यक्रम रखें और उसमें सभी गन्ना किसानों को आमन्त्रित करें एवं आपके सुझाव लें। उन्होने कहा कि यह आयोजन पूरे प्रदेश में जनपद हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर में आयोजित किया जायेगा, जिसकी शुरूआत आज जनपद ऊधम सिंह नगर से की गयी है। उन्होने कार्यक्रम मे आये सभी किसान भाईयों का आभार व्यक्त किया। कैबिनेट मंत्री सौरव बहुगुणा ने कहा कि जब हम किसानों की समस्याओं को सुनेगें देखेगें तभी उन समस्याओं का निस्तारण हो सकेगा। पिथौरागढ़ से आये किसानों की समस्याओं को सुना और उनको आश्वस्त किया कि शीघ्र ही पिथौरागढ़ के स्वय सहायता समूहों को खेती से जोड़ने एवं उनकी आमदनी को बढ़ाने के लिये जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के द्वारा उनकी आवश्यकतानुसार कृषि यन्त्र दिये जायेंगे। उन्होने कहा कि इस कार्यक्रम से बहुत कुछ सिखने को मिला और मुझे उम्मीद है कि आप सबके साथ मिलकर काम करूंगा तो गन्ना विभाग में सुधार होने के साथ-साथ किसानों की स्थिति भी में भी सुधार आ पायेगा। उन्होने उत्तराखण्ड में पहली बार हमारी सरकार द्वारा पिराई सत्र समाप्त होने ही लगभग दो माह के भीतर 505 करोड़ रूपये गन्ना किसानों की शत-प्रतिशत भुगतान किया जा चुका है। उन्होने बताया कि हमारी सरकार की मंशा है कि उत्तराखण्ड में किसान भाई खुशहाल हो, उनकी प्रगति हो, किसानों की आमदनी दोगुनी एवं किसानों की समस्याओं का निस्तारण त्वरित हो। उन्होने किसानों की मांग पर किसानों को दी जाने वाली पर्ची 30 कुन्तल के स्थान पर 50 कुन्तल की देने की घोषणा की। उन्होने बताया कि उत्तराखण्ड में पहली बार हमारी सरकार ने अपने मंत्रालय के द्वारा सभी जीएम एवं चीफ इन्जिनियरों को पत्र जारी किया है कि यदि इस बार पेराई सत्र से पहले चीनी मिलों का सही तरीके से तैयार नही किया गया और पेराई सत्र के दौरान ब्रेक डाउन हुए तो चीनी मिलों के जीएम एवं चीफ इन्जिनियरों के वेतन काटे जायेगे। उन्होने मंच से गन्ना आयुक्त, जीएम, चीफ इन्जिनियर आदि को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि इस वर्ष पैराई सत्र मे ब्रेक डाउन किसी भी सूरत में बर्दाशत नही की जायेगी। उन्होने कहा कि जो भी तैयारियां होनी है चीनी मिलों की वह सभी तैयारियां पैराई सत्र से पूर्व करना सुनिश्चित करें इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरती जाये। श्री बहुगुणा ने कहा कि सहकारी चीनी मिलों में आधुनिकीकरण हेतु सरकार द्वारा अनुदान हेतु मुख्यमंत्री से वार्ता की जायेगी। उन्होने कहा कि हमेशा सकारात्मक सोच क साथ कार्य करना चाहिए . किसानो का उद्धार करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होने जनपद में गन्ने का 9 प्रतिशत एवं खटीमा व सितारगंज में 22 प्रतिशत क्षेत्रफल बढ़ने पर किसानो को बधाई दी।