कृषि बिल के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन जारी है।इस बीच यह मसला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। केरल से कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन ने सुप्रीम कोर्ट में कृषि अधिनियम को चुनौती दी है। संसद द्वारा पिछले सप्ताह पारित किए गए किसानों से जुड़े बिल को वापस लेने के लिए रिट याचिका दायर की गई है।कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन ने मूल्य आश्वासन और फार्म सेवा अधिनियम, 2020 के किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौते के खिलाफ याचिका दाखिल की है।टीएन प्रतापन ने धारा 32 की धारा 2, 3, 4, 5, 6, 7, 13, 14, 18 और 19 की संवैधानिकता को चुनौती दी है।उनका कहना है कि यह संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 21 का उल्लंघन है।
सुप्रीम कोर्ट के समक्ष टीएन प्रतापन के वकील आशीष जॉर्ज, एडवोकेट जेम्स पी थॉमस और एडवोकेट सीआर रेखेश शर्मा पेश होंगे। इस बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा कृषि विधेयकों पर हस्ताक्षर करने और उन्हें कानून बनाने के एक दिन बाद, पंजाब युवा कांग्रेस ने इंडिया गेट इलाके में एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर अपना विरोध जताया।
शहीद भगत सिंह की जयंती पर सुबह लगभग 7.15 बजे विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए पंजाब युवा कांग्रेस के लगभग 10-15 कार्यकर्ता एक ट्रक से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे।कार्यकर्ताओं ने ट्रक से एक ट्रैक्टर को उतारा और उसमें आग लगा दी।इंडियन यूथ कांग्रेस ने अपने एक ट्वीट में कहा कि अगर बहरों को सुनाना है, तो आवाज बहुत तेज होनी चाहिए।
उत्तराखंड में कांग्रेस ने किया राजभवन कूच
कांग्रेस ने संसद से पारित कृषि विधेयकों के विरोध में सोमवार को राजभवन कूच किया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस देशभर के किसानों के हितों पर कुठाराघात नहीं होने देगी। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने मोदी सरकार पर किसान विरोधी फैसले लेने के आरोप लगाए। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि उन्होंने किसानों की लड़ाई पहले भी लड़ी और आज भी लड़ रहे है। इस मौके पर उत्तराखंड किसान कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवा दल, एनएसयूआइ, युवा कांग्रेस के कार्यकर्त्ता भाग ले रहे हैं।