भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शराब की पुरानी मानसिकता से उबर नहीं पाए हैं। भगत ने कहा है कि हरीश रावत ही बेहतर जान सकते हैं कि कच्ची ठर्री का नशा कैसा होता है और स्काच कैसा होता है। भगत ने कहा है कि रावत को शायद ठर्री में विशेषज्ञता है। उनकी ठर्री और स्काच उनको ही मुबारक। दरअसल कांग्रेस के पास अब सरकार को घेरने के लिए कोई मुददा नहीं मिल रहा है। इसलिए पार्टी के नेता जनता को गुमराह करने का काम करने लगे हैं। सीएए हो या किसान आंदोलन इसके पीछे ऐसी सोच वाले ही हैं। उन्हें देश व किसान किसी से मतलब नहीं है।बस अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं। जनता अब सब जान गई है। वह कांग्रेस के छलावे में नहीं आने वाली है।मीडिया को जारी बयान में भगत ने कहा है कि भाजपा अनुशासित दल है और उसके कार्यकर्ता अधिक अनुशासित हैं। वह नशे से दूर रहते हैं। जहां तक हरीश रावत का सवाल है तो वह डेनिस के ब्रांड अंबेसडर रह चुके हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हरीश रावत के कार्यकाल में शराब घोटाले को कौन भूल सकता है। वह शराब के प्रचार-प्रसार के लिए जाने जाते हैं। भगत ने कहा है कि किसान आंदोलन पर नसीहत देने के बजाय कांग्रेस को भड़काने की नीति त्याग कर स्वार्थ से दूर रहना चाहिए। देश में पहली बार कृषि में बदलाव हो रहे हैं और किसानों के हित में फैसले हो रहे हैं। इसलिए कांग्रेस बौखला गई है।