कांग्रेस कार्यसमिति की पार्टी नेतृत्व को लेकर चल रही बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 23 नेताओं द्वारा लिखे गए पत्र को लेकर नाराजगी जताई है। राहुल ने पत्र के समय को लेकर सवाल उठाए हैं। राहुल ने कहा, नेतृत्व में बदलाव की मांग ऐसे वक्त पर क्यों कि गई, जब सोनिया गांधी एम्स में भर्ती थीं। राहुल ने कहा, ऐसा वक्त क्यों चुना गया जब पार्टी मध्य प्रदेश और राजस्थान में लड़ाई लड़ रही थी। राहुल ने कहा, जिस तरह से चिट्ठी को लीक किया गया, उससे उन्हें ठेस पहुंची। इतना ही नहीं उन्होंने चिट्ठी लिखने वाले नेताओं पर भाजपा के साथ गठबंधन का आरोप लगाया है। वहीं राहुल गांधी के इस आरोप के बाद कपिल सिब्बल और गुलाब नबी आजाद ने राहुल गांधी की इस टिप्पणी का जवाब दिया है।
कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर लिखा है, ‘ राहुल गांधी कह रहे हैं कि हम लोग भाजपा के साथ मिले हैं। उन्होंने आगे लिखा, राजस्थान हाईकोर्ट में कांग्रेस का पक्ष रखा। मणिपुर में पक्ष रखा। 30 साल की राजनीति में कभी भाजपा के पक्ष में एक बयान नहीं दिया। फिर भी हम भाजपा के साथ मिले हैं। ‘
राज्यसभा सांसद गुलाब नबी आजाद ने भी राहुल के आरोपों पर कहा , अगर भाजपा के साथ गठबंधन के आरोप सही साबित होते हैं। तो वे सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे।
गौरतलब है, कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद उन 23 नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक से पहले पत्र लिखा था। जिसमें कांग्रेस नेताओं ने जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग की थी।