देहरादून द फोकस आई 7 जनवरी। उत्तराखंड में दिनों दिन कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है पूर्व में जिस प्रकार से करोना का ग्राफ बढ़ा था उसको लेकर संभवतः प्रशासन के जिला स्तर पर कोई ठोस उचित कदम नहीं उठाए दिखते, जिसमें की विशेष तौर पर जिला प्रशासन को हिल स्टेशनस पर ज्यादा सख्ती बरतने की आवश्यकता थी जिनमें की क्रिसमस की छुट्टियों से लेकर नव वर्ष के 3 से 4 तारीख तक के दिनों तक जिला प्रशासन को अधिक सख्ती बरतने की आवश्यकता थी , जिसमें कि विशेष तौर पर बॉर्डर के जिलों में एंट्री स्थानों पर आर०टी०पी०सी०आर० नेगेटिव रिपोर्ट की जांच करने से लेकर रेस्टोरेंट, बार और रिहायशी होटल को मुख्य तौर पर शामिल किए जाने चाहिए थे जिस्म कि रेस्टोरेंट में खाने पीने के बर्तनों, सोने के किए इस्तेमाल किए जाने वाले बिस्तरों,, तौलियों व सार्वजानिक इस्तेमाल के वाहनों व सार्वजानिक स्थानों की उचित स्तर पर सेनेटाइजेशन ( स्वच्छता व्यवस्था )की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करानी चाहिए थी, सम्भवतः इसी सब में प्रशासन की ढीली व्यवस्थाओं के चलते ही यहां कोरोना का संक्रमण इतना अधिक बढ़ा है।
संभवत इसी की कमी के फेलियर की वजह से नैनीताल और देहरादून में सर्वाधिक केस दिखाई दे रहे हैं ।
आज प्रदेश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 3,47,912 साथ ही वहीं उत्तराखंड मे 3,31,903 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुये
अभी भी उत्तराखंड में 2022 केस एक्टिव है और आज उत्तराखंड में कोरोना के 814 मामले सामने आये हैं जिनमें जिलेवार निम्न हैँ 👉👉,,,👇👇👇👇👇
👉देहरादून-325
👉 हरिद्वार-119
👉पौड़ी-21
👉 उतरकाशी-10
👉 टिहरी-12
👉 बागेश्वर-10
👉नैनीताल-233
👉अलमोड़ा-14
👉पिथौरागढ़-11
👉 उधमसिंह नगर-35
👉रुद्रप्रयाग-6
👉 चंपावत-13
👉 चमोली-5
देहरादून से तरुण मोहन की रिपोर्ट।