आज शनिवार को होम्योपैथिक बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट संघ उत्तराखंड के एक शिष्टमंडल ने उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के बैराज स्थित कैंप कार्यालय में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने एलोपैथिक विभाग के अंतर्गत स्थापित 180 राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय में होम्योपैथिक विंग की स्थापना और उनमें चिकित्सा अधिकारी के साथ होम्योपैथिक फार्मासिस्ट की स्थाई नियुक्ति की मांग करते हुए प्रार्थना पत्र सौंपा। संघ के पदाधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत किया कि संघ अपनी मांगों को शासन के सामने अनुशासित तरीके से रखता आ रहा है।बावजूद इसके शासन और सरकार ने उनकी मांगों को मंजूरी नहीं दी है। इससे राज्य में होम्योपैथी जैसी लोकप्रिय चिकित्सा पद्धति को विस्तार नहीं मिल पा रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष को अवगत किया गया कि प्रदेश में वर्ष 2011 से संचालित होम्योपैथिक फार्मेसी डिप्लोमा कॉलेज से उत्तीर्ण लगभग 200 छात्र-छात्राएं वर्तमान समय में बेरोजगार हैं। इसके लिए संघ ने 180 राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय में होम्योपैथिक विंग की स्थापना और उनमें होम्योपैथिक फार्मासिस्ट की स्थाई नियुक्ति की जाए। शिष्टमंडल ने अवगत किया कि होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में अनेक ऐसे असाध्य रोग हैं, जिनका पूरी तरह से इलाज सिर्फ होम्योपैथिक चिकित्सा से ही संभव है। कोरोना और अन्य महामारी में भी यह पद्धति जनप्रिय है।
इस अवसर पर शिष्टमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि उनकी समस्या पर विचार कर और सरकार से बात कर समस्या का हल निकाल कर बेरोजगारों को रोजगार प्रदान किया जाए ।विधानसभा अध्यक्ष ने शिष्टमंडल को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह इस संबंध में उचित कदम उठाने के लिए मुख्यमंत्री से बात करेंगे और समस्या का समाधान निकालने का पूरा प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष नीलम चौहान, राहुल गैरोला, पवन नेगी, सुरेश जोशी, सिद्धार्थ नेगी, तुलसी नेगी, रिंकी नेगी, निकिता गुसाईं उपस्थित थे।