राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को उत्तराखंड राज्य स्थापना के 21 वें दिवस पर पुलिस लाइन में आयोजित परेड की सलामी ली। इस मौके पर विकास पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इस मौके पर राजधानी देहरादून सहित राज्यभर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। देहरादून में आयोजित मुख्य परेड में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, डीजीपी और डीजीपी कानून व्यवस्था ने परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद विजय धुन पर शानदान परेड का आगाज हुआ। पुलिस बल ने साहसिक करतब दिखाए। पुलिस लाइन के चारों ओर कड़ी सुरक्षा के बीच छह दस्तों ने परेड में भाग लिया। परेड के दौरान पुलिस जवानों के बीच छह फीट की दूरी रखी गई। इसके अलावा उनके हथियारों को भी सेनेटाइज किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सबसे पहले शहीद स्थल देहरादून पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को नमन किया। इस दौरान उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों से मुलाकात की। इसके बाद परेड में हिस्सा लेने पुलिस लाइन पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि अलग राज्य बनने के बाद उत्तराखंड विकास की ओर बढ़ा है। सबसे बड़ी बात यह है कि राज्य गठन के बाद की जनता को सीधे सरकार, मंत्री, विधायक से संवाद को मौका मिला है। इसके साथ ही राज्य ने कई अन्य मायनों में भी काफी तरक्की की है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि किसानों और महिलाओं की समृद्धि पर सरकार का ध्यान है। किसी भी प्रदेश के लिए 20 वर्ष का समय न ज्यादा है न कम है। लेकिन इन 20 वर्षों में प्रदेश अन्य प्रदेशों से बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार किसानों और महिला समूहों के विकास के लिए बड़ा कार्य कर रही है। किसानों को बिना ब्याज का पहले एक लाख रुपये का ऋण दिया जाता था। इसे अब बढ़ा कर तीन लाख रुपये किया गया है।