उत्तराखंड में स्कूल खोलने के बाबत त्रिवेन्द्र कैबिनेट ने फैसला ले लिया है। उत्तराखंड में स्कूल एक नवंबर से खोले जाएंगे। पहले चरण में सिर्फ 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए ही स्कूल खुलेंगे। स्कूलों के खुलने से पहले इन्हें पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा। बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में इसको लेकर फैसला लिया गया है। हालांकि बड़ी बात यह है कि अभिभावकों पर बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर दबाव नहीं बनाया जाएगा। कैबिनेट बैठक के बाद सरकार के शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि सोशल डिस्टेन्सिंग समेत सभी गाइडलाइन का पालन करना होगा। स्कूल खोलने को लेकर कैबिनेट में करीब डेढ़ घंटे तक इसी मुद्दे पर चर्चा होती रही।चर्चा के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने इस बात को लेकर सहमति जताई कि थर्मल स्केनिंग को लेकर फंड की व्यवस्था अलग से की जाएगी।इसके साथ ही कैबिनेट ने यह भी निर्णय लिया कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों को दिए जाने वाले फंड से सैनिटाइजेशन और थर्मल स्कैनिंग संबंधी बाकी इंतजाम किए जाएंगे।
बता दें, इस फैसले से पहले उत्तराखंड कि सरकार ने अभिभावकों और शिक्षकों से स्कूल खोले जाने को लेकर राय पूछी थी, जिसमें अधिकतर अभिभावकों और शिक्षकों ने बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए स्कूल खोले जाने पर सहमति दी थी, जिसके बाद उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए स्कूल खोलने का फैसला कर दिया है। बाकी कक्षाओं के लिए कैबिनेट में अभी कोई फैसला नहीं लिया है।