आयकर विभाग ने उत्तराखंड समेत दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और गोवा के 42 स्थानों पर एक बहुत बड़े फर्ज़ीवाड़े का खुलासा किया है। इन स्थानों पर विभाग ने तलाशी के दौरान 2.3 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी और 2.8 करोड़ रुपये के गहने जब्त किए हैं। विभाग ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि कई टीमों ने सोमवार को फर्जी बिलिंग के जरिए बड़ी संख्या में नकदी का प्रवेश संचालन और उत्पादन करने का रैकेट चलाने वाले व्यक्तियों के एक बड़े नेटवर्क को खोजा और जब्ती की कार्रवाई की। इसके लिए विभाग ने दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 42 परिसरों में तलाशी ली। तलाशी में विभाग ने एंट्री ऑपरेटरों, बिचौलियों, नकदी संचालकों, लाभार्थियों, फर्मों और कंपनियों के पूरे नेटवर्क को उजागर करने वाले सबूत जब्त किये। वहीं 500 करोड़ रुपये से अधिक की आवास प्रविष्टियों के सबूत के दस्तावेज पहले ही जब्त किये जा चुके हैं। विभाग ने कहा कि कई शेल कंपनियों या फर्मों द्वारा उपयोग किए गए फर्जी बिलों और जारी किए गए असुरक्षित बिलों के बदले में बेहिसाब फंड और नकद धन निकाला गया।
इसमें आगे कहा गया, खोजे गए व्यक्तियों के पास कई बैंक खाते और लॉकर थे। ये उनके परिवार के सदस्यों और विश्वसनीय कर्मचारियों और शेल कंपनियों के नाम से खोले गए, जो वे डिजिटल मीडिया के जरिए बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से काम चल रहे थे। अब इनकी भी जांच की जा रही है। यह भी कहा गया है कि बड़े शहरों में लाभार्थियों ने अचल संपत्तियों में भारी निवेश किया और फिक्सड डिपॉजिट में कई सौ करोड़ रुपये जमा किए। उन्होंने कहा, तलाशी के दौरान 17 बैंक लॉकरों में 2.37 करोड़ रुपये की नकदी और 2.89 करोड़ रुपये के आभूषण मिले हैं।