उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। कोरोना संक्रमित होने के कारण नेता सदन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सदन में मौजूद नहीं रहेंगे। वह वर्चुअली सत्र से जुड़ें हैं।सत्र 23 दिसंबर तक चलेगा।वहीं, आज सदन में दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात पांच विधेयकों को सदन पटल पर रखा जाएगा। उसके बाद अनुपूरक बजट की मांगों का प्रस्तुतीकरण सदन में किया जाएगा।
पहले दिन पेश होने वाले विधेयक :
- उत्तराखंड लोक सेवा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण संशोधन विधेयक 2020
- उत्तराखंड उत्तर प्रदेश भू राजस्व अधिनियम 1901 संशोधन विधेयक 2020
- उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग संशोधन विधेयक 2020
- उत्तराखंड शहीद आश्रित अनुग्रह अनुदान विधाय 2020
- उत्तराखंड विनियोग 2020-21 अनुपूरक विधायक 2020
सत्र की कम अवधि को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति उठाते हुए अवधि बढ़ाने की मांग की है। साथ ही किसान आंदोलन, महंगाई, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर विपक्ष की सरकार को घेरने की तैयारी में है। हालांकि, सरकार ने भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए रणनीति तय कर ली है। ऐसे में सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। विधानसभा सत्र के पहले दिन दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के अलावा चार पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि देने के बाद अनुपूरक मांगें पटल पर रखी जाएंगी।
विधानसभा सत्र को लेकर कानून व्यवस्था के मद्देनजर यातायात प्लान जारी किया गया है। इस दौरान विधानसभा की ओर आने वाले और यहां से जाने वाले वाहनों के लिए अलग से व्यवस्था लागू की गई है। इंस्पेक्टर ट्रैफिक राजीव रावत ने लोगों से यातायात व्यवस्था में सहयोग करने की अपील की है। विधानसभा व उसके आस-पास सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है, भारी पुलिस बल विधासभा के चारों ओर तैनात किया गया है। किसी भी विरोध प्रदर्शन या रैली को रिस्पना पुल के पास ही रोकने के इंतजाम किए गए हैं।