उत्तराखंड में अंतर-धार्मिक विवाह विवाद में फंसे टिहरी के प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल का स्थानांतरण कर दिया गया । सरकारी सूत्रों ने बताया कि घिल्डियाल को टिहरी से तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित करते हुए हल्द्वानी में समाज कल्याण विभाग के निदेशालय से संबंद्ध कर दिया गया । प्रदेश में अंतर-धार्मिक विवाह करने वाले दंपतियों को पचास हजार रू की प्रोत्साहन राशि दिए जाने के मामले ने तब तूल पकड़ा जब राज्य सरकार की इस योजना के बारे में जानकारी देने के लिए घिल्डियाल ने पिछले महीने एक प्रेस नोट जारी किया । कई राज्यों की भाजपा सरकारों के ‘लव जिहाद’ पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने की खबरों के बीच उत्तराखंड में अंतर-धार्मिक विवाह पर प्रोत्साहन राशि बांटे जाने पर मचे बवाल के बाद उत्तराखंड सरकार ने सफाई दी कि इस मसले पर जारी आदेश को ठीक करने की कार्रवाई की जा रही है ।वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद उत्तराखंड में इससे संबंधित नियमावली को जैसे का तैसा स्वीकार कर लिया गया था जिसमें ऐसे विवाह करने वाले दंपतियों को 10,000 रू दिए जाते थे । वर्ष 2014 में उत्तराखंड की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इसमें संशोधन कर इस प्रोत्साहन राशि को बढाकर 50,000 कर दिया गया ।अंतर-धार्मिक विवाह के अलावा अंतर्राज्यीय विवाह करने वाले दंपतियों को भी यह प्रोत्साहन राशि दी जाती है ।