काशीपुर 2 जून। आयुक्त, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, उत्तराखण्ड, श्री प्रकाश चन्द्र दुम्का, की अध्यक्षता में आज काशीपुर स्थित कार्यालय में गन्ना प्रजातियों एवं विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान आयुक्त ने निर्देशित किया कि को० 0238 प्रजाति रेड रॉट रोग से ग्रसित है, अतः कृषकों के मध्य इस प्रजाति की बुवाई को हतोत्साहित किया जाए। आयुक्त महोदय ने नयी गन्ना प्रजातियों को० 0118, को०पंत 12221, को०पंत 12226 को० 15023, को० 13235 तथा को०लख० 14201 को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक जोन से 02-02 प्रगतिशील कृषकों का चयन कर इन प्रजातियों के बुवाई क्षेत्रों का भ्रमण कराया जाए तथा शॉर्ट वीडियो तैयार कर कृषकों में व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु प्रसारित किए जाएँ, जिससे कृषकगण नई प्रजातियों के प्रदर्शन से भलीभांति अवगत हो सकें। केन्द्र पोषित योजनाओं की समीक्षा करते हुए आयुक्त महोदय ने निर्देश दिया कि प्रत्येक ग्राम से 01-01 प्रगतिशील कृषक का चयन कर सहफसली फसल का प्रदर्शन कराया जाए एवं अन्य कृषकों को भ्रमण हेतु प्रेरित किया जाए, ताकि गन्ने की बुवाई को प्रोत्साहित किया जा सके। आयुक्त महोदय ने यह भी निर्देशित किया कि प्रत्येक जोन में गन्ना बीज की आधार एवं प्राथमिक पौधशालाओं हेतु लक्ष्य निर्धारित किए जाएँ, जिससे स्थानीय स्तर पर रोगमुक्त एवं गुणवत्तायुक्त बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। गन्ना विभाग का प्रमुख उद्देश्य कृषकों की आय में वृद्धि करना एवं जनसहभागिता को सुनिश्चित करना है। इस क्रम में, आयुक्त महोदय ने जिला योजना को कृषकों के मध्य और अधिक लोकप्रिय बनाने हेतु वर्तमान अनुदान दरों में वृद्धि का प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिए। साथ ही, विभाग द्वारा कृषकों को उपलब्ध कराए जा रहे कृषि यंत्रों के मानक मूल्य की समीक्षा करने हेतु सहायक गन्ना आयुक्त (मुख्यालय) को निर्देशित किया गया तथा कृषक हित में अग्रेतर कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में गन्ना शोध केन्द्र, काशीपुर के वैज्ञानिक एवं विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहें।