आज शनिवार को देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) से सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर 325 नौजवान सैन्य अधिकारी बनकर भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 70 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। भारतीय थल सेना के उप सेना प्रमुख ले. जनरल एसके सैनी ने परेड की सलामी ली। बारिश की वजह से कुछ देरी से सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेट मेजर अभिनव कुटलेरिया,सोनू शर्मा, नागवेंद्र सिंह रंधावा, अक्षत कौशल, नदीम अहमद वानी व रोहित शर्मा ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। 8 बजकर 50 मिनट पर एडवांस कॉल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौंसले के साथ कदम बढाते परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर माजी गिरिधर ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स के शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठा हर एक शख्स मंत्रमुग्ध हो गया।
उप सेना प्रमुख ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा।वतनदीप सिद्धू को स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया।जबकि माजी गिरिधर को स्वर्ण,निदेश सिंह यादव को रजत व शिखर थापा को कांस्य पदक मिला।जसमिंदर पाल सिंह सिद्धू ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया। तंदिन दोरजी सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ बैनर कैसिनो कंपनी को मिला। इस दौरान आईएमए कमान्डेंट ले जनरल हरिंदर सिंह,डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल जगजीत सिंह मंगत समेत कई सैन्य अधिकारी मौजूद थे।
कोरोना संकट के चलते तमाम स्तर पर एहतियात बरती गई।न केवल दर्शक दीर्घा बल्कि परेड के दौरान भी शारीरिक दूरी के नियमों का पूरा पालन किया गया। हरेक मार्चिंग दस्ते में अमूमन दस कैडेट एक लाइन में होते हैं। पर इनकी संख्या आठ रखी गई। ताकि कैडेटों के बीच रहने वाली 0.5 मीटर की दूरी के बजाए दो मीटर की दूरी बनी रहे। इसके अलावा जेंटलमैन कैडेटों के साथ ही सभी सैन्य अधिकारी भी मास्क पहने रहे।
राज्य पास आउट होने वाले कैडेट :
आंध्रप्रदेश 06, अरुणाचल प्रदेश 01, असम 06, बिहार 32, चंडीगढ़ 04, छत्तीसगढ़ 02, दिल्ली 13, गुजरात 04, हरियाणा45, हिमाचलप्रदेश 10, जम्मू कश्मीर 11, झारखंड 06, कर्नाटक 05 केरल 15, नेपाल 04, मध्य प्रदेश 12, महाराष्ट्र 18,मणिपुर 03, मिजोरम 02, ओडिसा 04, पंजाब 15, राजस्थान 18,तमिलनाडू 06,तेलंगाना 03, उत्तरप्रदेश 50, उत्तराखंड 24, पश्चिम बंगाल 06