नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पी०डी०पी० चीफ महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि उन्हें एक बार फिर से नजरबंद कर दिया गया है। महबूबा ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है और केंद्र सरकार को घेरते हुए यह कहा है कि कश्मीर में सब सामान्य होने का दावा फर्जी है। महबूबा मुफ्ती ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार अफगानिस्तान के लोगों के अधिकारों को लेकर चिंता जाहिर करती है लेकिन कश्मीरियों को जानबूझकर उनके हक से वंचित रखती है। महबूबा ने ट्वीट किया, भारत सरकार अफगानिस्तान के लोगों के अधिकारों की चिंता करती है लेकिन कश्मीरियों को जानबूझकर उनके हक नहीं देती। मुझे आज घर में नजरबंद कर दिया गया है क्योंकि प्रशासन का कहना है कि स्थिति ठीक नहीं है। यह केंद्र सरकार के कश्मीर में सबकुछ ठीक होने की दावे की असलियत बताता है। ट्वीट के साथ मुफ्ती ने दो तस्वीरें भी साझा की हैं। एक तस्वीर में गेट के आगे पुलिस का वाहन खड़ा है और दूसरी तस्वीर में दरवाजे पर ताला है। इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश में अधिकांश प्रतिबंध वापस ले लिए गए हैं। पुलिस ने ट्विटर पर इस बारे में बताया है। पुलिस ने कहा है कि इंटरनेट भी चालू हो गया है और अब कश्मीर में स्थिति सामान्य है लेकिन उनकी नजर अभी भी बनी हुई है। कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवा सस्पेंड कर दी गई थी।