हरिद्वार : महिला ने अपने अवैध सम्बंधों में रोड़ा बने पति को जान से मारने के प्रयास का मामला सामने आया है। पत्नी ने पति को चाय में पारा डालकर पिला दिया, उसकी हालत बिगड़ने पर उसको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पत्नी की साजिश में जान बचने के बाद पीड़ित पति ने कोर्ट के माध्यम से कोतवाली रानीपुर में पत्नी समेत दोनों सालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली रानीपुर प्रभारी निरीक्षक कुंदन सिंह राणा ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने इकरार पुत्र स्व. बाबू सैन निवासी दादूपुर गोविन्दपुर रानीपुर की तहरीर पर उसकी पत्नी व दो सालों के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का मामला दर्ज किया है। पीड़ित ने तहरीर में कहा कि उसकी निसात अजूम से वर्ष 2012 में निकाह हुआ था। निसाम अंजूम के पहले पति की मौत हो चुकी थी और उसके दो बच्चे थे। इसी बीच उससे भी निसान अंजूम से जुड़वा दो बच्चे हो गये। आरोप है कि वर्ष 2018 में उसकी पत्नी निसान अंजूम ने घर से उसकी मां को उसकी गैर मौजूदगी में अपने भाईयों नौशाद और नासिर पुत्रगण हाशिम निवासी ग्राम कुहारी बहादराबाद की मदद से घर से बाहर निकाल दिया। जब वह घर पहुंचा तो मामले की जानकारी हुई। जब विरोध किया तो उसकी पत्नी ने स्पष्ट बोल दिया कि घर में यदि तुम्हारी मा रहेगी तो वह नहीं रहेगी।
लेकिन बच्चों के खातिर उसने सब कुछ बर्दास्त कर लिया। उसकी मां गांव में झोपड़ी डाल कर रहने लगी। इसी बीच उसकी पत्नी की आंगनबाड़ी में नौकरी लग गयी और उसका अफेयर अनुराग नाम के युवक से हो गया। जिसकी जानकारी लगने के बाद उसके द्वारा पत्नी को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं मानी देर रात तक अनुराग से मोबाइल पर अश्लील बाते करती। जिसको फिर समझाने का प्रयास किया। आरोप है कि महिला ने उल्टा पति के साथ गाली गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगी। पति ने 01 दिसम्बर की सुबह अपनी पत्नी को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं मानी, थक हार कर वह मजदूरी पर चला गया। जब शाम को लौटा तो पत्नी ने उसको चाय पीने के लिए दी जिसको पीकर चक्कर आने लगे और तबीयत बिगड़ गयी। गांव के ही एक चिकित्सक के पास पहुंचा तो मामले की जानकारी हुई। ग्रामीणों की मदद से उसको एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने पीड़ित पति की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।